राजस्थान के लोक देवता
राजस्थान के लोक देवता :- पाबूजी राठौड़, रामदेव जी, गोगाजी, हडबूजी, मेहाजी, तेजाजी, देवनारायण, मल्लीनाथ, खेतला, मल्लीनाथ व् अन्य
राजस्थान के लोक देवता :- पाबूजी राठौड़, रामदेव जी, गोगाजी, हडबूजी, मेहाजी, तेजाजी, देवनारायण, मल्लीनाथ, खेतला, मल्लीनाथ व् अन्य
भारतीय त्योहार – जैन, सिन्धी, सिक्खों के त्यौहार – भाद्रपद शुक्ल पंचमी से चतुर्दशी तक व्रत रखते हैं। आश्विन कृष्ण एकम् को पड़वा ढोक मनाते हैं।
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मुस्लिम त्यौहार ‘हिजरी संवत्’ के अनुसार मनाए जाते हैं। 622 ई. में मोहम्मद साहब मक्का छोड़कर मदीना गये थे, इसी दिन से हिजरी संवत् का प्रारम्भ माना जाता
राजस्थान के त्यौहार :- विक्रम संवत् चैत्र शुक्ल एकम् से शुरू होता हैं।, अंग्रेजी महिनों से बराबर करने के लिए प्रत्येक तीसरे वर्ष एक महीना दो बार गिना जाता हैं, जिसे अधि कमास कहते हैं।
प्रजामण्डल आंदोलन – नागरिको के मौलिक अधिकारों की बहाली करने के उद्देश्य से किये गये आंदोलन प्रजामण्डल आंदोलन के नाम से जाने जाते हैं।
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राजस्थान का एकीकरण | राजस्थान का एकीकरण इन हिंदी » राजस्थान का एकीकरण 7 चरणों में पूरा हुआ राजस्थान का एकीकरण 18 मार्च 1948 से शुरू होकर 1 नवंबर 1956 को पूरा हुआ इसमें 8 वर्ष 7 माह 14 दिन लगे।
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किसान आंदोलन – बिजौलिया में 1897 ई. से किसान आंदोलन शुरू होता हैं। यह आंदोलन ‘धाकड़’ जाति के किसानों द्वारा किया गया। किसान आंदोलन के मुख्य कारण
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1857 की क्रांति pdf | 1857 की क्रांति » नसीराबाद, नीमच, एरिनपुरा, कोटा में जनविद्रोह, टोंक में विद्रोह, तात्यां टोपे, बिठौड़ा का युद्ध, चेलावास का युद्ध, आउवा का युद्ध
1857 की क्रांति | 1857 की क्रांति के प्रश्न उत्तर Read More »
राजस्थान के पूर्वी भाग भरतपुर, धौलपुरस डींग आदि क्षेत्रों पर जाट वंश का शासन था। सूरजमल को ‘जाटो का प्लेटों’ और ‘जाटो का अफलातून’ कहते हैं।
करौली का इतिहास ( यादव वंश ) – करौली में यादवों की ‘जादौन’ शाखा थी। स्वामी दयानन्द सरस्वती सबसे पहले (राजस्थान में) करौली मदनपाल जी के निमत्रंण पर आए थे।
करौली का इतिहास ( यादव वंश ) – History of Karauli Read More »
भाटी वंश – भाटी भगवान श्रीकृष्ण के वंशज हैं। भाटी यदुवंशी होते हैं, इसलिए जैसलमेर के राजचिन्ह में ‘छत्राला यादवपति’ लिखा हुआ हैं।
भाटी वंश का इतिहास ( जैसलमेर ) – History of Bhati Dynasty Read More »