मेवाड़ का इतिहास | History of Mewar
मेवाड़ का इतिहास GK – बापा रावल, अल्लट, जैत्रसिंह, रतनसिंह, हम्मीर, राणा लाखा, मोकल, मेवाड़ के राजचिन्ह में एक पंक्ति लिखी हुयी हैं।
‘जो दृढ़ राखै धर्म को, तिहि राखै करतार।
मेवाड़ का इतिहास GK – बापा रावल, अल्लट, जैत्रसिंह, रतनसिंह, हम्मीर, राणा लाखा, मोकल, मेवाड़ के राजचिन्ह में एक पंक्ति लिखी हुयी हैं।
‘जो दृढ़ राखै धर्म को, तिहि राखै करतार।
राजस्थान का इतिहास एवं संस्कृति » History and Culture of Rajasthan :- सिंधु सभ्यता, महाजनपद काल, मौर्यकाल, गुप्तोत्तर काल, बैराठ, अन्य पुरातात्विक स्थल
राजस्थान का इतिहास एवं संस्कृति » History and Culture of Rajasthan Read More »
वाइरस – VIRUS तंबाकू के मोजाइक रोक का अध्ययन करने के दौरान रूसीवैज्ञानिक इवानोवस्की ने 1892 ई. में ‘विषाणु’ की खोज की।
दवाइयाँ – एलर्जी, एंटीजन, एंटीबॉडी, ज्वरनाशक, ट्रैंक्विलाइज़र, एनाल्जेसिक
दवाइयाँ – एलर्जी, एंटीजन, एंटीबॉडी, ज्वरनाशक, ट्रैंक्विलाइज़र, एनाल्जेसिक Read More »
Vaccine – वैक्सीन इसका प्रयोग शरीर के अन्दर बीमारियों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता है। “वैक्सीन’ (टीका) में कमजोर एवं मृत
Genetic disorders – आनुवंशिक रोग :- वर्णान्धता (Colour Blindness) इसके रोगी ‘लाल’ एवं ‘हरे’ रंग में भेद नहीं कर पाते हैं। यह रोग ‘X गुणसूत्र पर उपस्थित रहता है।
जीवाणु – BACTERIA’ की खोज 1683 ई. में एंटोनी वॉन ल्यूवेनहॉक द्वारा की गई तथा जीवाणु – BACTERIA नाम 1829 ई. में एहरेनबर्ग द्वारा रखा गया।
विटामिन की खोज 1881 में लुनिन ने की थी। विटामिन शब्द या विटामिनवाद 1912 ई. में वैज्ञानिक फुक (Funk) के द्वारा दिया गया। विटामिन को 2 वर्गों में विभक्त किया गया है
खनिज लवण – Mineral Salts ;- खनिज लवण ये भोजन के अकार्बनिक घटक होते हैं, जो शरीर की उपापचयीय क्रियाओं ( Metabotic Activities ) का नियन्त्रण करते हैं।
Calories Value In Food – कैलोरी क्या है एक सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन भोजन में 450 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 100 ग्राम प्रोटीन तथा 80 ग्राम वसा लेनी चाहिए।
Essential elements in plants – पौधों में आवश्यक पोषक तत्व :- पौधों के विकास में हार्मोन्स के साथ-साथ कुछ विशिष्ट तत्वों की भी निर्णायक भूमिका होती है। ये तत्व मुख्यतया निम्न
Essential elements in plants – पौधों में आवश्यक पोषक तत्व Read More »