हुमायूँ का इतिहास – Humayun ( 1530-1556 ई. )

हुमायूँ का इतिहास - हुमायूँ ने अपने राज्य का बँटवारा अपने भाइयों में कर दिया। जून 1539 ई. में हुमायूँ तथा शेर खाँ के बीच चौसा का युद्ध हुआ, जिसमें हुमायूँ पराजित हुआ।

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हुमायूँ का इतिहास – Humayun ( 1530-1556 ई. )

हुमायूँ का इतिहास
हुमायूँ का इतिहास

हुमायूँ ने अपने राज्य का बँटवारा अपने भाइयों में कर दिया।

1533 ई. में उसने ‘दीनपनाह’ नामक नगर की स्थापना की।

जून 1539 ई. में हुमायूँ तथा शेर खाँ के बीच चौसा का युद्ध हुआ, जिसमें हुमायूँ पराजित हुआ।

1540 ई. में हुमायूँ तथा शेर खाँ, के बीच कन्नौज या बिलग्राम का युद्ध हुआ, जिसमें हुमायूँ पुनः पराजित हुआ तथा उसे भारत छोड़कर भागना पड़ा।

हुमायूँ के निर्वासन काल में ही 1542 ई. में अमरकोट के हिन्दू शासक वीरसाल के महल में अकबर का जन्म हुआ।

1555 ई. में ‘मच्छीवाड़ा एवं सरहिन्द के युद्ध में हुमायूँ ने अपना खोया साम्राज्य वापस प्रापत कर लिया।

1556 ई. में दीनपनाह भवन में स्थित पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिरकर उसकी मृत्यु हो गई।

स्थापत्य कला -> हुमायूँ : इसकी दो इमारतें (1) एक फतेहाबाद (हिसार में, 1540) तथा (2) आगरे के पास सुरक्षित बची है।

हुमायुं ने दिल्ली में एक नगर दीन-पनाह बसाया परन्तु उसका कोई अवशेष प्राप्त नहीं है।

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