समय | देशांतर और समय | समय चक्र क्या है | समय का महत्व
देशांतर और समय ( Longitude and Time )
पथ्वी अपने अक्ष पर 24 घण्टे में एक चक्कर लगाती है। अर्थात पथ्वी 24 घण्टे में 360° घूमती है। इस प्रकार प्रति एक घण्टे में पथ्वी 360/24=15° घूम जाती है। इसका अर्थ यह हुआ कि पूर्व एवं पश्चिम दिशा में स्थित दो स्थान जिनके बीच 15° का फासला है उनके बीच समय का अन्तर 1 घण्टे का होगा। इसी प्रकार 10 के अन्तराल वाले स्थानों के बीच – =4 मिनट 15 का अन्तर होगा। इस प्रकार समय तथा देशान्तर में गहरा सम्बन्ध है।
स्थानीय समय ( Local Time )
किसी स्थान पर जब सूर्य का प्रकाश एकदम लम्बवत गिर रहा हो अर्थात वहाँ का देशान्तर ठीक सूर्य के नीचे हो तो उस समय यदि वहाँ की घड़ियों में दिन के 12 बजा दिए जाए तो वह समय उस स्थान का स्थानीय समय कहलाता है।
प्रामाणिक समय ( Standard Time )
विश्व में अगर हर स्थान पर अपने-अपने स्थानीय समय का प्रयोग किया जाए तो विश्व में समय सम्बन्धी समस्या खड़ी हो जाए। क्योंकि इससे रेडियो, रेलवे, वायुयान, तार तथा दूरदर्शन जैसी सार्वजनिक सुविधाओं में बहुत असुविधा आ जाएगी। इस समस्या से बचने के लिए इंग्लैंड में ग्रीनविच के समीप से गुजरने वाली देशान्तर को 0° देशान्तर मानकर विश्व को समय कटिबन्धों (Time Zones) में बांटा गया। प्रत्येक देश एक निश्चित देशान्तर के स्थानीय समय को अपने पूरे देश में प्रयोग करते हैं। भारत में इलाहाबाद के निकट से गुजरने वाली 82- पूर्वी देशान्तर रेखा के स्थानीय समय को भारत का प्रामाणिक समय माना गया है।
समय कटिबन्ध ( Time Zones )
विश्व के वो देश जिनका धरातलीय फैलाव पूर्व-पश्चिम दिशा में अधिक है, उन्हें एक से अधिक प्रामाणिक समयों का प्रयोग करना पड़ता है। इस प्रकार किसी देश के भिन्न-भिन्न प्रामाणिक समयों वाले भागों को समय कटिबन्ध कहा जाता है। उदाहरण के लिए कनाड़ा तथा अमेरिका जिनका धरातलीय फैलाव पूर्व-पश्चिम दिशा में अधिक है इन देशों को यहाँ की सरकारों ने क्रमशः 5 तथा 4 समय कटिबंधों में विभक्त किया हुआ है। सन् 1884 में अमेरिका की राजधानी वांशिगटन डी.सी. में हुई अन्तर्राष्ट्रीय गोष्ठी में सम्पूर्ण विश्व को 24 समय कटिबन्धों में बांटा गया है।
अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा ( International Date Line )
अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा वह कल्पित रेखा है जिस पर तिथि में परिवर्तन होता है। अर्थात इस रेखा के पूर्व एवं पश्चिम में तिथि में एक दिन का अन्तर होता है। अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा 180° देशान्तर का लगभग अनुसरण करती हुई चलती है। लेकिन यह रेखा कभी 180° देशान्तर के पूर्व में तथा कभी पश्चिम में विचलित होती है। यह इसलिए किया गया है ताकि 180° देशान्तर पर स्थित सभी भूभागों पर एक ही तिथि बनी रहे। अगर अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा को इस प्रकार विचलित नहीं किया जाता तो साइबेरिया के पूर्वी भाग में एक ही दिन दो तिथियाँ होती है। क्योंकि 180° देशान्तर साइबेरिया के पूर्वी भाग में से होकर गुजरती है। इसलिए इस समस्या से बचने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा को साइबेरिया से पूर्व की और बेरिंग जलड्मरूमध्य में 165° देशान्तर तक विचलित किया गया।
इसी प्रकार अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा को भूमध्य रेखा के थोड़ा दक्षिण में 71/, पूर्व की और विचलित किया गया है ताकि एल्लीस, वालिस, फिजी तथा टोंगा द्वीप समूहों पर एक ही तिथि बनी रहे। जो न्यूजीलैंड के कैलेन्डर दिवस जैसी हो।
उदाहरण :
प्रश्न 1: कोलकाता ( 90° पू0) पर क्या स्थानीय समय होगा जबकि भारत के प्रामाणिक समय के अनुसार प्रातः के 6 बजे हों?
उत्तर- भारत में इलाहाबाद के पास से गुजरने वाली 82 1/2° पूर्वी देशान्तर रेखा का स्थानीय समय प्रामाणिक समय माना जाता हैं। इस प्रकार हमें 82 1/2° पूर्वी देशान्तर रेखा का स्थानीय समय ज्ञात है, जिसकी सहायता से कोलकाता का स्थानीय समय सरलता से प्रतीत किया जा सकता है।
कोलकाता का देशान्तर = 90° पूर्व
इलाहाबाद का देशान्तर = 8212°
पूर्व दोनों स्थानों के बीच देशान्तर का अन्तर = 90° – 82/20 = 7:1/2
दोनों स्थानों के बीच समय का अन्तर = 15-2×4=30 मिनट
क्योंकि कोलकाता इलाहाबाद के पूर्व में है इसलिए कोलकाता का स्थानीय समय इलाहाबाद के स्थानीय समय अर्थात् भारत के प्रामाणिक समय से आगे होगा। इस प्रकार कोलकाता का स्थानीय समय प्रातः 6 बजकर 30 मिनट होगा।
प्रश्न 2 : सेंट लूई ( 90° प०) का स्थानीय समय प्रतीत करो जबकि न्यूयार्क ( 74° प0) में प्रातः के आठ बजे हों।
उत्तर
90°W 74°W 0°E सेंट
लूई का देशान्तर = 90° प0
न्यूयार्क का देशान्तर = 74° प0
दोनों स्थानों के बीच देशान्तर का अन्तर = 90° – 74° = 16°
दोनों स्थानों के बीच समय का अन्तर = 16 x 4 = 64 मिनट
क्योंकि सेंट लूई न्यूयार्क के पश्चिम में है, इसलिए वहाँ का स्थानीय समय पीछे होगा। इस प्रकार यदि न्यूयार्क में प्रातः के आठ बजे हो तो सेंट लूई में ( 8.1 घण्टा 4 मिनट) प्रातः के 6 बजकर 56 मिनट होंगे।